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वेदः
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वेदः
वेद चार आहेत. प्रत्येक वेदाचे चार भाग आहेत - संहिता, ब्राह्मण, आरण्यक आणि उपनिषद्. वेद हे हिंदू धर्माचे मूळ स्रोत आहेत. वेदाचा अर्थ आहे ज्ञान. संस्कृत मधील 'विद्' धातु पासून 'वेद' शब्द बनला आहे.
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वेद
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veda
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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ବେଦ ଋଷି
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ਵੇਦ
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વેદ
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vedic literature
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বেদ
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money
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आम्नायः
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सामवेदः
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अथर्ववेदः
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मण्डल १ - सूक्तं ९९
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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निष्कामम्
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निगमः
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सपरिबृंहण
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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अजहल्लिङ्गम
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आगमः
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छन्दः
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विठर
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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श्रुतिः
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जामाता दशमो ग्रहः।
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मण्डल १ - सूक्तं ४३
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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मण्डल ८ - सूक्तं ८१
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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दुर्गासूक्तम् - ॐ ॥ जातवेदसे सुनवाम सोममर...
सूक्त चे चार भेद आहेत- देवता, ऋषि, छन्द आणि अर्थ.
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सर्ववेदसारसंग्रहः - श्रद्धा
' सर्ववेदान्तसिद्धान्तसारसंग्रहः' यात सर्व वेदांतील सार सोप्या भाषेत कथन केले असून, वेद वाचल्याचा आनंद मिळतो.
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महानारायणोपनिषत् - द्वितीयोऽवानुकः
आपल्या प्राचीन वाङ्मयामध्ये उपनिषदांना फार महत्त्वाचे, म्हणजे प्रस्थानत्रयी मधील एक, असे स्थान आहे. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas. Being the conclusive part of Vedas, Upanishad can be called the whole substance of Vedic
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मण्डल १ - सूक्तं १०३
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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sacred
Meanings: 9; in Dictionaries: 5
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ऐश्वर्य कादम्बिनी - तृतीया वृष्टिः
संस्कृत भाषेतील काव्य, महाकाव्य म्हणजे साहित्य विश्वातील मैलाचा दगड होय, काय आनंद मिळतो त्याचा रसास्वाद घेताना, स्वर्गसुखच. ऐश्वर्य कादम्बिनी काव्याचे कवी आहेत,श्रीबलदेवविद्याभूषण.
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एकनाथी भागवत - श्लोक १० व ११ वा
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
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मण्डल ४ - सूक्तं २५
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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अशत्रु
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scripture
Meanings: 11; in Dictionaries: 7
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ब्रह्मपुराणम् - अध्यायः १६९
ब्रह्मपुराणास आदिपुराण म्हणतात. यात सृष्टीची उत्पती, पृथुचे पावन चरित्र, सूर्य आणि चन्द्रवंशाचे वर्णन, श्रीकृष्ण-चरित्र, कल्पान्तजीवी मार्कण्डेय मुनि चरित्र, तीर्थांचे माहात्म्य अशा अनेक भक्तिपुरक आख्यानांची सुन्दर चर्चा केलेली आहे.
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तृतीयपरिच्छेदः - परिच्छेदः ४
श्री १००८ श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्य-योगीन्द्रवर्य-श्रीआत्मानन्दसर स्वतीस्वामिभिंर्विरचितः ।
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चाणक्यनीतिदर्पणः - दशमोऽध्यायः
चाणक्यनीतिदर्पणः
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उपदेशसाहस्री - उपदेश १
भारतीय संस्कृतिच्या विकासात आद्य शंकराचार्यांचे विशेष योगदान आहे.
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पस्पषाह्निक - भाग ३
पस्पषाह्निक संस्कृतमधील एक दुर्मिळ ग्रंथ आहे.
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member
Meanings: 48; in Dictionaries: 19
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penetrate
Meanings: 19; in Dictionaries: 6
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मण्डल ५ - सूक्तं २
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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मण्डल ७ - सूक्तं १९
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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यजुस्
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मार्कण्डेयपुराणम् - द्विनवतितमोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
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खण्डः ३ - अध्यायः ००८
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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श्रीविष्णुपुराण - तृतीय अंश - अध्याय ३
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Poranas.
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द्वितीय सर्ग - श्लोक १ ते २०
श्रीविद्यारण्यस्वामिविरचितः
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चाणक्य-सूत्राणि - पञ्चमोऽध्यायः
नीतिवर्णनात्मक संस्कृत ग्रंथांमध्ये, चाणक्य-नीतिदर्पण ग्रंथाचे महत्वपूर्ण स्थान आहे. जीवन सुखमय आणि ध्येयपूर्ण बनविण्यासाठी, विविध विषयांचे वर्णन या ग्रंथात आहे. व्यवहार संबंधी सूत्रे तसेच राजनीति संबंधी श्लोकांचा यात समावेश आहे.
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